Shitake

Shiitake Benefits In Hindi

शिटाके मशरूम (Shiitake Mushroom) क्या है?

शिटाके मशरूम (Shiitake Mushroom) ज्यादातर पूर्व एशिया में पाए जाने वाला एक खाद्य फंगस है। इसका साइंटिफिक नाम Lentinula edodes है। यह मशरूम की ऐसी प्रजाति है,जो कैंसर और एड्स जैसे भयानक रोगों से लड़ता है। यह स्टमक और कोलोरेक्टल कैंसर में उपयोगी होती है। यह मशरूम कैंसर की दवाई लेटाइनन का मुख्य स्त्रोत है।

इस मशरूम का एक्सट्रैक्ट दवाई बनाने के लिए उपयोग में आता है। इस औषधीय मशरूम में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी ऐजिंग के गुणों के साथ-साथ विटामिन डी का भी काफी अच्छा स्रोत होता है। साथ ही, इसमें सेलेनियम और जिंक की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है। जिसकी वजह से इस मशरूम का इस्तेमाल कई दवाइयां बनाने के लिए किया जाता है। इसके नियमित सेवन से इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाया जा सकता है।

उपयोग

शिटाके मशरूम का उपयोग किस लिए किया जाता है?

शिटाके मशरूम का स्वास्थ्य के लिए निम्नलिखित स्थितियों में उपयोग होता है:

  • कैंसर का खतरा करे कमः इस औषधीय मशरूम में बीटा ग्लाइसीन और लिनॉलिक एसिड होता है, जो प्रोस्टेट कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। शिटाके में सबसे अच्छी विशेषता वाले पॉलीसेकेराइड में से एक पानी में घुलनशील यौगिक है जिसे लेंटिनन के नाम से जाना जाता है। विशेष रूप से, क्लीनिकल ​​​​अध्ययनों से पता चला है कि लेंटिनन कैंसर रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करता है।
  • वजन कम करने में मदद करेः मशरूम के नियमित सेवन से आप बहुत ही कम समय में और सुक्षरित तरीके से अपना वजन कम कर सकते हैं। इसके लिए आप इसे अपने ब्रेकफास्ट में उबाल कर खा सकते हैं।
  • शुगर लेवल कम करेः मशरूम की अन्य प्रजातियों की तरह ही इस मशरूम में भी कार्बोहाइड्रेट्स की उच्च मात्रा होती है, जो बढ़े हुए ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मददगार होते है और यह डायबिटीज मरीजों के लिए यह सबसे अच्छा फूड हो सकता है।
  • इम्युनिटी पावर बढ़ाएः सेलिनियम से भरपूर मशरूम इम्यून पॉवर को बढ़ाने के साथ-साथ सर्दी-खांसी और जुकाम जैसी समस्याओं को से शरीर को बचाव करने में मदद करता है।
  • दिल के रोग को रखे दूरः इसमें पाएं जाने वाले न्यूट्रिएंट्स और एंजाइम दिल के रोगों का खतरा कम करते है। इसलिए हफ्ते में कम से कम 3 बार इसका सेवन जरूर करना चाहिए।
  • पेट की समस्याओं से दिलाए राहतः कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा से भरपूर मशरूम का सेवन अपच, पेट दर्द, कब्ज, गैस और एसिडिटी की समस्या को भी दूर करता है।
  • रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए
  • एचआईवी और एड्स में
  • ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने
  • धमनियों को मजबूत बनाने के लिए
  • मधुमेह में
  • खुजली
  • सर्दी और बुखार में
  • प्रोस्टेट और ब्रैस्ट कैंसर के उपचार में
  • बढ़ती उम्र के निशान रोकने के लिए
  • हेपेटाइटिस-बी
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • पेट का दर्द
  • दिल की देखभाल करने के लिए
  • हड्डियों की मजबूती बढ़ने के लिए

सावधानियां और चेतावनी

शिटाके मशरूम का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?

निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें:

  • यदि आप प्रेग्नेंट हैं या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं। दोनों ही स्थितियों में सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही दवा खानी चाहिए।
  • यदि आप अन्य दवाइयां ले रही हैं। इसमें डॉक्टर की लिखी हुई और गैर लिखी हुई दवाइयां शामिल हैं, जो मार्केट में बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के खरीद के लिए उपलब्ध हैं।
  • यदि आपको शिटाके के किसी पदार्थ या अन्य दवा या औषधि से एलर्जी है।
  • यदि आपको कोई बीमारी, डिसऑर्डर या कोई अन्य मेडिकल कंडिशन है।
  • यदि आपको फूड, डाई, प्रिजर्वेटिव्स या  जानवरों से अन्य प्रकार की एलर्जी है।

शिटाके, ताजा

प्रति 100 ग्राम पोषण
ऊर्जा 141 किलोजूल (34 किलो कैलोरी)
कार्बोहाइड्रेट 6.8 ग्राम
शर्करा 2.4 ग्राम
फाइबर आहार 2.5 ग्राम
वसा 0.5 ग्राम
प्रोटीन 2.2 ग्राम
विटामिन मात्रा % आहार
थियामिन (B1) 0.02 मिलीग्राम 2%
राइबोफ्लेविन (B2) 0.22 मिलीग्राम 18%
नियासिन (B3) 3.88 मिलीग्राम 26%
पैंटोथेनिक एसिड (B5) 1.5 मिलीग्राम 30%
विटामिन B6 0.29 मिलीग्राम 22%
फोलेट (B9) 13 माइक्रोग्राम 3%
विटामिन C 3.5 मिलीग्राम 4%
विटामिन D 0.4 माइक्रोग्राम 3%
खनिज पदार्थ मात्रा % आहार
कैल्शियम 2 मिलीग्राम 0%
लोहा 0.4 मिलीग्राम 3%
मैगनीशियम 20 मिलीग्राम 6%
मैंगनीज 0.2 मिलीग्राम 10%
फास्फोरस 112 मिलीग्राम 16%
पोटैशियम 304 मिलीग्राम 6%
सोडियम 9 मिलीग्राम 1%
जस्ता 1.0 मिलीग्राम 11%
अन्य घटक मात्रा
पानी 89.7 ग्राम
सेलेनियम 5.7 माइक्रोग्राम

शिटाके, सूखा

प्रति 100 ग्राम पोषण
ऊर्जा 1,238 किलोजूल (296 किलो कैलोरी)
कार्बोहाइड्रेट 75.37 ग्राम
शर्करा 2.4 ग्राम
फाइबर आहार 2.5 ग्राम
वसा 0.99 ग्राम
प्रोटीन 9.58 ग्राम
विटामिन मात्रा % आहार
थियामिन (B1) 0.3 मिलीग्राम 26%
राइबोफ्लेविन (B2) 1.27 मिलीग्राम 106%
नियासिन (B3) 14.1 मिलीग्राम 94%
पैंटोथेनिक एसिड (B5) 21.879 मिलीग्राम 438%
विटामिन B6 0.965 मिलीग्राम 74%
फोलेट (B9) 163 माइक्रोग्राम 41%
विटामिन C 3.5 मिलीग्राम 4%
विटामिन D 3.9 माइक्रोग्राम 26%
खनिज पदार्थ मात्रा % आहार
कैल्शियम 11 मिलीग्राम 1%
लोहा 1.72 मिलीग्राम 13%
मैगनीशियम 132 मिलीग्राम 37%
मैंगनीज 1.176 मिलीग्राम 56%
फास्फोरस 294 मिलीग्राम 42%
पोटैशियम 1534 मिलीग्राम 33%
सोडियम 13 मिलीग्राम 1%
जस्ता 7.66 मिलीग्राम 81%
अन्य घटक मात्रा
पानी 9.5 ग्राम
सेलेनियम 46 माइक्रोग्राम

शिटाके मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण केंद्र-22 February, 2025

शिटाके मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण केंद्र एक अवलोकन

  • प्रदेश कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही हि0 प्र0 फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना (जाइका समर्थित) के माध्यम से पालमपुर में याटस कॉरपोरेशन, जापान के सहयोग से शिटाके मशरूम खेती प्रशिक्षण केंद्र (एस.सी.टी.सी) स्थापित किया गया है जिसमे 3.25 करोड़ रुपये खर्च किए गए है। जाइका परियोजना के दूसरे चरण में एससीटीसी के लिए 5.9 करोड़ रुपयों का प्रावधान रखा गया है।
  • एस.सी.टी.सी में विशेष रूप से शिटाके मशरूम ब्लॉकों का उत्पादन, खेती प्रशिक्षण और अनुसंधान की सुविधा है। एससीटीसी में शिटाके मशरूम के सुखाने की भी सुविधा है।
  • शिटाके मशरूम की खेती 2023 से शुरू की जा चुकी है, जो पापुलर वृक्ष की लकड़ी के बुरादे व उसके छोटे टुकड़ों से बने ब्लॉकों पर हो रही है।
  • खेती के लिए बीज (Spawn) खुम्ब अनुसंधान निदेशालय (ICAR-DMR), चंबाघाट, सोलन, हि0 प्र0 से लिया जा रहा है।
  • एस.सी.टी.सी शिटाके मशरूम उत्पादन में किसानों को प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है व शिटाके की ट्रायल खेती के लिए किसानों को इन्क्यूबेटेड शिटाके ब्लॉक दे रहा है ताकि किसान शिटाके मशरूम उत्पादन में परिपक्व हो सकें व् आने वाले समय में वह  एस.सी.टी.सी से उचित दामों में ब्लॉक्स खरीदकर शिटाके मशरूम की वाणिज्यिक खेती कर के अपनी आय में बढोतरी करें। पूरी परियोजना की अवधि में कुल 1125 किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
  • अब तक, एस.सी.टी.सी ब्लाक प्रभंदन इकाई पालमपुर के अंतरगर्त बैजनाथ, सगुर, परौर, भट्टू, पालमपुर-I और पालमपुर-II, व ब्लाक प्रभंदन इकाई धर्मशाला के अंतरगर्त सुकर, चेत्रू , कुठेद, योल कवारी, सुनेहर, तंग्रोती व मसरेर क्षेत्रों के किसानों के लिए बाईस प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए हैं, जिसमें 263 किसानों को प्रशिक्षित किया गया है।
  • एक ब्लाक से 6 महीने कि फसल अवधि में औसतन 700 ग्राम से 8 00 ग्राम की फसल ली जा सकती है। शिटाके के उत्पादन के लिए अनुकूल तापमान 15-25 डिग्री से0, आर्द्रता 80-85% और बेहतर वायु संचारण की आवश्यकता होती है।
  • शिटाके मशरूम का विपणन ताजे, शुष्क या मशरूम पाउडर के रूप में किया जा सकता है। हिमाचल के किसान अच्छे लाभ के साथ ताजा शिटाके मशरूम औसतन 800-900 रुपये प्रति किलोग्राम बेच सकते हैं जो आयात की तुलना में बहुत सस्ता है। वर्तमान में भारत 1,200-4500 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से शिटाके मशरूम (ताजा) का आयात कर रहा है। सुखाए गए शिटाके का औसतन मूल्य 350 रुपये प्रति 100 ग्राम है।

परिचय: शिटाके मशरूम

  • लेंटिनुला एडोड्स, जिसे आमतौर पर शिटाके मशरूम के नाम से जाना जाता है, पूर्वी एशिया का मूल निवासी है और मशरूम की दुनिया में एक प्रमुख स्थान रखता है। इसका उपयोग विभिन्न एशियाई देशों में खाद्य और औषधीय दोनों उद्देश्यों के लिए किया गया है। हाल के वर्षों में,शहरी उपभोक्ताओं के बीच बढ़ती मांग के कारण शिटाके मशरूम की खेती ने लोकप्रियता हासिल की है।
  • शिटाके मशरूम से निकाले गए लेंटीनन (बायोएक्टिव कंपाउंड) में कई एंटी-ट्यूमर गुण होने की पुष्टि हुई है और विभिन्न कैंसर  उपचारों में औषधीय अनुप्रयोगों के साथ पाए जाने की सूचना है। यह कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड और फॉस्फोलिपिड स्तर को सक्रिय रूप से प्रभावित करता है।
  • शिटाके मशरूम कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभों से भरपूर है। वे विटामिन डी और सारे बी विटामिनस जैसे कठिन-से-प्राप्त पौधे-आधारित पोषक तत्वों से भरे हुए हैं। वे प्राकृतिक रूप से जिंक, सेलेनियम और तांबे, खनिजों से समृद्ध हैं जो स्वस्थ रक्त वाहिकाओं, हड्डियों और प्रतिरक्षा कार्यों का समर्थन करते हैं।
  • शिटाके के कुल उत्पादन ने पिछले दो दशकों में कई गुना वृद्धि दर्ज की है और वर्तमान में इसका विश्व मशरूम उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान है। प्राकृतिक लकड़ी के लॉग पर शिटाके की खेती चीन, ताइवान, जापान, कोरिया आदि देशों में की जाती है, जहां जलवायु इसके अनुकूल है और लकड़ी की उपलब्धता कोई समस्या नहीं है।
  • हॉल के वर्षों में शिटाके की बैग कल्टीवेशन (कृत्रिम लॉग्स) ,जिसमें चौड़े पत्ते वाले पेड़ों से प्राप्त लकड़ी के बारीक़ टुकड़े या बारीक बुरादे का उपयोग करके शिटाके की खेती ने इसके उत्पादन में क्रांति ला दी है। शिटाके की बैग कल्टीवेशन से फलने वाले मशरूम तेजी से पैदा हो सकते हैं और पैदावार प्राकृतिक लॉग की खेती की तुलना में अधिक होती है अथवा प्राकृतिक लॉग पर 4 से 6 साल की तुलना में फसल अवधि 6 महीने है।
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